झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक उमाशंकर सिंह ने गढ़वा जिले के एक प्रखंड स्थित सरकारी आवासीय बालिका विद्यालय में नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने का मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। उनके अनुसार, जिला स्तर पर मामले की जांच चल रही है। वहीं, पूर्व में भी एक अन्य आवासीय स्कूल की छात्रा के गर्भवती होने के मामले में उपायुक्त को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
जिले के एक सरकारी आवासीय विद्यालय की नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के मामले में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। छात्रा को गर्भवती करने वाला उसका चचेरा भाई है। इस मामले में छात्रा के पिता द्वारा बरडीहा थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है। बताते चलें कि छात्रा के गर्भवती होने के बाद विद्यालय प्रबंधन ने उसे उसके पिता के साथ घर भेज दिया था। इस मामले के संज्ञान में आते ही जिला बाल कल्याण समिति की टीम ने नाबालिग छात्रा के बरडीहा थाना क्षेत्र स्थित गांव में जाकर जांच की। जांच के दौरान छात्रा के पिता ने बेटी को वाराणसी में इलाज के लिए भेजे जाने की बात बताई। उसने सीडब्ल्यूसी को बताया कि उसकी बेटी अपनी दादी के साथ गई है।